जो दिव्यात्मा (Divyatma) हैं, जो पुण्यात्मा हैं और जो इस कलियुग में सबके लिए परमात्मा हैं- ब्रह्मचारी स्वामीजी (Brahmchari Swamiji) को 5m...
जो दिव्यात्मा (Divyatma) हैं, जो पुण्यात्मा हैं और जो इस कलियुग में सबके लिए परमात्मा हैं- ब्रह्मचारी स्वामीजी (Brahmchari Swamiji) को 5minutesnews शीश झुकाकर नमन करता है.
मेरे मन में इधर एक दिन ख्याल आया कि मैं अपने ब्लॉग में ब्रह्मचारी स्वामी जी के बारे में आज तक कुछ नहीं लिख पाया. फिर मेरे मन में जिज्ञासा जगी, एक सुन्दर तस्वीर मुझे मिल जाए तो कुछ लिखूं. वाकया तो देखिये यह ख्यालात आने के अगले दिन ही मैं उनके मंदिर के पास से होकर गुजरा पर, कहीं सफर पर था तस्वीर नहीं ले पाया.
फिर मैंने मन में यह विचार किया कि चलो फेसबुक पर ढूंढ लूँगा. तभी कल बहुत ही अच्छी तस्वीर ब्रह्मचारी स्वामी जी की फेसबुक वाल पर नज़र आई, जिसे नौरंगा के एक युवा ने पोस्ट कर रखा था. मेरा दिल खुश हो गया और मरे मन में यही ख्यालात आओ... “हम दिल से सोच लें तो सब कुछ मिल जाएगा”.
खैर आईये- इस परम पूज्य अलौकिक दिव्यशक्ति के बारे में कहाँ से हम लिखना शुरू करें, यह समझ से परे हैं, क्योंकि जिसका आदि और अंत ही नहीं, उसका फिर कहाँ से शुरुवात और कहाँ पर अंत?
चलिए बीते दिनों के झरोखे में चलते हैं. आज का जेनरेशन उनको नहीं देख पाया. लेकिन जाने क्यूं “ब्रह्मचारी स्वामी” (Brahmchari Swami) जी का नाम जुबान पर आते ही एक ज्योति के साथ एक अलौकिक संत का चेहरा आँखों के सामने झलकने लगता है.
एक संत (Saint of India) का चेहरा जिसमें अनंत ऊर्जा, असीम शान्ति और अनवरत आशीर्वाद की धारा समाई हुई है. उनका नाम ही काफी है हर कष्ट को मिटाने के लिए, उनका स्मरण ही बहुत है हर बिगड़ी को बनाने के लिए.
कहते हैं कि ब्रह्मचारी स्वामी जी के जैसा जीवंत संत धरा पर बार-बार नहीं आते हैं. जिनके कलियुग में हजारों चमत्कार की कहानियां प्रसिद्द हैं, जो आज बिलकुल ही हकीकत बन चुकी हैं.
जब ब्रह्मचारी स्वामी जी इस धरती पर अपने शरीर के साथ विद्यमान थे, तो आज भी लोग कहते हैं कि उनके मुंह से जो निकल जाता था, हो जाता था और उन्होंने नौरंगा और भुआलछपरा गाँव की हमेशा रक्षा करते थे और आज भी उनका आशीर्वाद इन गांवों की रक्षा करता है.
यहाँ के बड़े-बुजुर्ग बताते हैं कि परम पूज्य “ब्रहमचारी स्वामी” जी ने ऐसी कई भविष्यवाणी की थी जो आज बिलकुल यथार्थ नज़र आती हैं. कहते हैं कि ब्रह्मचारी स्वामी जी इस गाँव के लोगों के ऊपर कभी कोई संकट आने ही नहीं देते थें. यहाँ के लोगों के जन-जन की रक्षा का भर वो अपने ऊपर ले चुके हैं.
कोई भी समस्या हो, ब्रह्मचारी स्वामी (Blessing of saint) जी के पास लोग भागे-भागे आते थे और वो उसका निदान तुरंत निकाल देते थे. भक्त और भगवान की इसी अटूट श्रद्धा और विश्वास की डोरी से तो भक्ति की नदी अनंत सागर का रूप लेती है.
जैसे यहाँ के लोगों के स्नेह की डोर ब्रह्मचारी स्वामी जी से जुड़ चुकी है और आने वाले कई युगों तक जुड़ी रहेगी या यूं कहें कि जब तक यह सूरज चाँद चमकेगा तब तक इस दिव्यात्मा से यहाँ के लोगों का जुड़ाव रहेगा.
ब्रह्मचारी स्वामी जी सबके कष्टों को मिटायेंगे, अँधेरे में उजाले की लौ जलाएंगे और इन गांवों पर आये हर संकट को दूर भगायेंगे. इन्हीं कामनाओं के साथ- : “जय ब्रह्मचारी स्वामीजी”.
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