Ghazal hindi shayari: एक गुत्थी है ये ज़िन्दगी Nutan Phariya ज़िन्दगी की हक़ीक़त को बयां करती "नूतन फारिया" की एक Ghazal...
Ghazal hindi shayari: एक गुत्थी है ये ज़िन्दगी
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Nutan Phariya |
ज़िन्दगी की हक़ीक़त को बयां करती "नूतन फारिया" की एक Ghazal hindi shayari: एक गुत्थी है ये ज़िन्दगी आपके दिल को छू जाएगी। एक बार ज़रूर पढ़िए।
Written By - Nutan Phariya
Ghazal hindi shayari: एक गुत्थी है ये ज़िन्दगी
एक गुत्थी है ये ज़िन्दगी.....
लाख सुलझाऊँ पर सुलझती ही नही।
रास्ता रोके खड़ा है हर मोड़ पर तूफान यहाँ,
जाऊं तो किधर हर शख़्स है अंजान यहाँ...
डरती हूँ कही... न गिर जाऊं
या तूफानों से घिर जाऊं।
या तूफानों से घिर जाऊं।
दिखता है हर ओर अंधेरा,
रौशनी कहीं दिखती ही नहीं।
रौशनी कहीं दिखती ही नहीं।
Ghazal hindi shayari
उलझ रही है परत दर परत ज़िन्दगी...
लाख सुलझाऊँ पर सुलझती ही नहीं।
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