Welocome To My Blog: Silsila Zidnagi Ka
Dosti Shayari
वक़्त आयेगा जाएगा
कुछ भूल जाएंगे
कुछ याद आयेगा।
कुछ आंधियों की तरह
गुज़र जायेगा
कुछ तूफान बनकर
छा जाएगा।
यह जमाना होगा
मोहब्बत का पैमाना होगा
दोस्ती (Dosti) और गहरी होगी
जब यह पैमाना
ज़रा सा छलक जाएगा।
गांव की वादियों में जब भी मेरा पदार्पण होते हैं, कुछ दोस्त (Dost) मेरे चले आते हैं मुझसे मिलने। कुछ वो दोस्त जिन्हें मालूम है दोस्ती का मायने। जिन्हें मालूम है दोस्ती की परिभाषा।
जिनकी नज़र में दोस्ती सिर्फ शब्द नहीं, एक एहसास है, जिसमें भरा विश्वास है तभी तो यह दुनिया कहती है- उनकी दोस्ती (Friendship) सबसे खास है।
मोहब्बत के पिटारा से भरी ऐसी ही कुछ दोस्ती है मेरी और सुनील दादा की। ना जाने कितने कहे-अनकहे किस्से छुपे हैं मेरी और दादा की दोस्ती (Dost & Dosti) के बीच।
गाँव की सरहद की तरह हमारा दिल भी कई वर्षों से जुड़ा हुआ है या यूँ कहिए कि बचपन से। सुनील दादा दिल से लोगों की मदद करते हैं। हर काम में लोगों का सहयोग करते हैं और उनकी खासियत उनको खास बनाती है।
Dosti Status
लोगों का हौसला बढ़ाना, लोगों के अंदर हौसला भर जाना, हर किसी के परवाज़ को नया आसमान देना, सोशल मीडिया के माध्यम से जमाने में पहचान देना- सुनील दादा की महानता की बड़ी निशानी है।
फिल्म और टीवी इंडस्ट्री ( Film & TV Industry) मुम्बई की बात छोड़ दें तो अगर मेरे गांव में कुछ दोस्तों (Close Friends)की बात आएगी तो निश्चित तौर पर हमारी दोस्ती का किस्सा भी सर्वोपरि होगा।
सिलसिला ज़िन्दगी का (Silsila Zindagi Ka) की तरह यह हमारी दोस्ती भी यूँ ही चलती रहेगी और हम हमेशा यूँ ही मुस्कुराते रहेंगे।
2 Comments
Love you❤❤
ReplyDeleteMst
ReplyDelete