मैं गोरगाँव के एक लंबे टॉवर में 18वें फ्लोर पर बैठा हूँ। मेरे ठीक सामने से दहिसर से अंधेरी जाने वाली मेट्रो गुज़र रही है। बस ही कुछ ही पल मे...
मैं गोरगाँव के एक लंबे टॉवर में 18वें फ्लोर पर बैठा हूँ। मेरे ठीक सामने से दहिसर से अंधेरी जाने वाली मेट्रो गुज़र रही है। बस ही कुछ ही पल में Mumbai Metro अपने destination पर पहुंचेगी और फिर अपने उसी destination यानी Andheri To Dahisar Metro निकल जायेगी।
मुंबई मेट्रो अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। लेकिन अलविदा होते 2023 के साथ ही कुछ लोग इस मेट्रो बैठे यही सोच रहे होंगे "क्या फलसफा है जिंदगी का, सफर भी रोज़ है और जाना भी कहीं नहीं होता।" ठीक वैसे ही जैसे 2023 से सिर्फ 3 हट जायेगा और अंत में 3 की जगह 4 होते ही 2024 आ जायेगा।
ज़िंदगी में कुछ बड़ा होने जा रहा है
अब नया बनना है। एकदम नया हो जाना है। नया दिखना है। नया, बिल्कुल नया! क्योंकि नया साल यानी New Year 2024 शुरू होने जा रहा है।
सबको नया होना है। सब कुछ नया करना है। लेकिन किसी को बदलना नहीं है। नयापन चाहिए, बदलाव नहीं। और इसी नये वर्ष का स्वागत करने के लीये सब मैसेज (New Year 2024 Messages) लिखकर अभी से तैयार हैं Happy New Year 2024.
जैसे अभी कल की ही तो बात है, सभी बोल रहे थे Happy New Year 2023. और इस साल का लेखा - जोखा करने बैठ जाएंं तो अधिकांश लोगों की ज़िंदगी में नयापन ही दिखेगा, बदलाव नहीं।
पटाखे तैयार हैं। फूलझड़ियों की लड़ी सज चुकी है। सड़क चौबारे नेताओं की शुभकामनाओं से पट चुके हैं। रेस्टोरेंट और बार में अभी से व्यवस्था होने लगा है। गलियों में अभी से नये साल 2024 के जश्न को लेकर हलचल है।
कई लोग लंबी वेकेशन पर निकल चुके हैं। कई लोग तीर्थ धाम की यात्रा पर हैं। कई लोग शहर से अपने घर जा चुके हैं। पर फिर लौटेंगे। उसी हालात और उसी बात के साथ, क्योंकि साल बदल जायेगा पर हाल नहीं बदलेगा।
एक वादा था जो टूट गया। एक इरादा था जो अधूरा रह गया। एक कारवां था जो पीछे छूट गया। एक एहसास था जो कभी उभर ही नहीं पाया। एक प्यास थी जो कभी बुझ नहीं पाई। और एक सपना था जो अब तक अधूरा है। बस इसी उम्मीद के सब कुछ पूरा हो जायेगा इस नये साल में।
सड़क और जीवन दोनों का सफर बहुत लंबा होता है। साल कोई भी हो, दिन कोई भी है, समय कैसा भी हो भागना तो पड़ता है। तारीख बदल जाती है, पर हमारे हालात वैसे ही रह जाते हैं।
हर नये साल, नये दिन, नये समय से नहीं, बल्कि हर पल से हर पल कुछ सीखना चाहिए। जीवन की इस लंबी रेस में आगे रहने के लिए आगे बढ़ना चाहिए। बाधाएं आती हैं, मुश्किलें पैदा होती हैं, इनसे लड़ना चाहिए। और नया साल आपको नहीं बदल सकता। साल और दिन चाहे कोई भी हो, हम अपने आपको कभी भी बदल सकते हैं।
खैर, जाते बरस के नाम कुछ मेरे दिल की बातें सुनते जाईये।
शुक्रिया उन्हें जो मेरी ज़िंदगी में आये।
शुक्रिया उन्हें जो मेरी ज़िंदगी से चले गए।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मुझसे नफरत किया।
शुक्रिया उन्हें जिनसे मेरा साथ छूट गया।
शुक्रिया जिन्होंने मुझसे कुछ वादा किया और टूट गया।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मुझे आगे बढ़ाया।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मुझे सही राह दिखाई।
शुक्रिया उन्हें जो मुश्किल समय में मेरे साथ खड़े रहे।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मुझे लड़खड़ाते देख मुझे थाम लिया।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने निःस्वार्थ भाव से मेरी मदद की।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मुझे गलत समझा।
शुक्रिया उन्हें जिन्होंने मुझे सही समझा।
शुक्रिया उन्हें जो अब तक मेरे साथ खड़े हैं।
शुक्रिया उन्हें साथ छोड़कर जाने की तैयारी में हैं।
शुक्रिया उन्हें जो मुझ पर विश्वास कर मुझसे रिश्ता निभा रहे हैं।
और शुक्रिया उन्हें जो 2024 में 24/7 बनकर मेरे साथ आ रहे हैं।
आते साल के कुछ वादे हैं, कई इरादे हैं। लिखना है एक नया फसाना जिसे हमेशा या रखे ज़माना। जीवन के हर पल को सीखने और लिखने में लगा देना। अपने सपनों की नई उड़ान देनी है।
सबके लिए दिलों में प्यार जगायेंगे। सबके सपने सजायेंगे। सबका जीवन खुशहाल बनाएंगे। हर चेहरे पर मुस्कान लायेंगे। 2024 को ऐसा यादगार बनाएंगे की एक दिन हर दिन यही ज़ुबां से निकले Happy New Year 2024
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