रामदयाल ठाकुर का डेरा, जो नौरंगा ग्राम पंचायत का ही एक हिस्सा है, लेकिन सबकी नज़र में वो बिहार का हिस्सा है और नौरंगा ग्राम पंचायत उत्तर प्...
रामदयाल ठाकुर का डेरा, जो नौरंगा ग्राम पंचायत का ही एक हिस्सा है, लेकिन सबकी नज़र में वो बिहार का हिस्सा है और नौरंगा ग्राम पंचायत उत्तर प्रदेश का हिस्सा।
नौरंगा ग्राम पंचायत का विकास होगा, ये सिर्फ हंगामा है, वो भी कई सालों से। ये तो आपको भी पता है। लेकिन सवाल वही है कि ये हंगामा कब तक बरपेगा? और इस हंगामे का परिणाम क्या होगा, आप बता सकते हैं क्या?
आप नहीं बता सकते? क्यों?
क्योंकि आपके पास हंगामा करने की ताकत है, पर सवाल पूछने की और ना ही किसी से सवाल पूछे जाने की इजाज़त है। क्योंकि आपको विकास चाहिए।
आप देख लो, बिना हंगामा किये ही रामदयाल ठाकुर के डेरा से सड़क निकल गई। आप देख लो, बिना किसी जनसभा के ही वहाँ बिजली आ गई। कौन सी जनसभा हुई थी वहाँ? बता सकते हो आप? ना नीतीश आये थे और ना ही उप मुख्यमंत्री?
तुम्हारा अपना कौन है? बता सकते हो तुम? तुम्हारे पास ज़वाब ही नहीं है। क्योंकि तुम्हारे पास ज़वाब ही नहीं है। और ज़वाब इसलिए नहीं है कि तुम्हारा अपने ही बेगाने हो गए। मतलब ये कि
मैं सच्चे दिल से चाहता हूँ कि नौरंगा ग्राम पंचायत का विकास हो और मुझे विश्वास है ज़रूर होगा। लेकिन, ग्रामवासियों, पहले आपस में तुम सब एक जुट हो जाओ। बिखरो नहीं। एकता रखो। क्योंकि एकता में बहुत शक्ति है।
खैर, अब आने वाला समय ही बताएगा कि नौरंगा ग्राम पंचायत का कितना विकास हो पाता है या नहीं। लेकिन प्रयास ज़रूर ज़ारी रखना आप लोग।
कई लोग मेरे इस Article पर टिप्पणियां करेंगे। उंगलिया उठाएंगे। पर मुझे कोई परवाह नहीं। क्योंकि मैं अपने इसी ब्लॉग के माध्यम से नौरंगा पंचायत, जिसे मैं अपना मानता हूं ,उसकी हर एक ख़बर भी आप तक पहुंचाता हूँ। अगर मैं आपकी प्रंसशा कर सकता हूँ, तो आपकी बुराई करने का हक़ भी मेरा है।
अगर आपको मेरी प्रसंशा अच्छी लग सकती है तो मेरी बुराई के शब्द भी आपको सहन करने पड़ेंगे।
अगर आपको बुरा लगा हो या अच्छा लगा हो यह मेरा Article तो आप मुझे कमेंट करें और अपने दिल की बात बताये।
नौरंगा ग्राम पंचायत का विकास होगा, ये सिर्फ हंगामा है, वो भी कई सालों से। ये तो आपको भी पता है। लेकिन सवाल वही है कि ये हंगामा कब तक बरपेगा? और इस हंगामे का परिणाम क्या होगा, आप बता सकते हैं क्या?
आप नहीं बता सकते? क्यों?
क्योंकि आपके पास हंगामा करने की ताकत है, पर सवाल पूछने की और ना ही किसी से सवाल पूछे जाने की इजाज़त है। क्योंकि आपको विकास चाहिए।
आप देख लो, बिना हंगामा किये ही रामदयाल ठाकुर के डेरा से सड़क निकल गई। आप देख लो, बिना किसी जनसभा के ही वहाँ बिजली आ गई। कौन सी जनसभा हुई थी वहाँ? बता सकते हो आप? ना नीतीश आये थे और ना ही उप मुख्यमंत्री?
तुम्हारा अपना कौन है? बता सकते हो तुम? तुम्हारे पास ज़वाब ही नहीं है। क्योंकि तुम्हारे पास ज़वाब ही नहीं है। और ज़वाब इसलिए नहीं है कि तुम्हारा अपने ही बेगाने हो गए। मतलब ये कि
मैंने छोड़ा था ज़माना जिन्हें पाने के लिए।
वो ही छोड़ चले हमें ज़माने के लिए।।
मैं सच्चे दिल से चाहता हूँ कि नौरंगा ग्राम पंचायत का विकास हो और मुझे विश्वास है ज़रूर होगा। लेकिन, ग्रामवासियों, पहले आपस में तुम सब एक जुट हो जाओ। बिखरो नहीं। एकता रखो। क्योंकि एकता में बहुत शक्ति है।
खैर, अब आने वाला समय ही बताएगा कि नौरंगा ग्राम पंचायत का कितना विकास हो पाता है या नहीं। लेकिन प्रयास ज़रूर ज़ारी रखना आप लोग।
कई लोग मेरे इस Article पर टिप्पणियां करेंगे। उंगलिया उठाएंगे। पर मुझे कोई परवाह नहीं। क्योंकि मैं अपने इसी ब्लॉग के माध्यम से नौरंगा पंचायत, जिसे मैं अपना मानता हूं ,उसकी हर एक ख़बर भी आप तक पहुंचाता हूँ। अगर मैं आपकी प्रंसशा कर सकता हूँ, तो आपकी बुराई करने का हक़ भी मेरा है।
अगर आपको मेरी प्रसंशा अच्छी लग सकती है तो मेरी बुराई के शब्द भी आपको सहन करने पड़ेंगे।
अगर आपको बुरा लगा हो या अच्छा लगा हो यह मेरा Article तो आप मुझे कमेंट करें और अपने दिल की बात बताये।
Sahi Kaha apne bhai....
ReplyDeleteMast article
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