Journey From Finite To Infinite जब भी कभी मैं अपने बड़े भाई के बारे में सोचता हूँ, मुझे गर्व होता है। जब भी कभी मैं अपने भाभी (खुशी सिंह)...
Journey From Finite To Infinite
जब भी कभी मैं अपने बड़े भाई के बारे में सोचता हूँ, मुझे गर्व होता है। जब भी कभी मैं अपने भाभी (खुशी सिंह) के बारे में सोचता हूँ, नाज़ होता है। क्योंकि, मैंने देखा है- ये लोग कभी सफलता के पीछे नहीं भागते, बल्कि सफलता इनके पीछे भागती है। ये ख़्वाबों के पीछे नहीं भागते, ख़्वाब इनके पीछे भागते हैं। पुणे से निकलकर U.S.A. तक की यात्रा करना, आसान नहीं है। साधारण यात्रा नहीं है बल्कि, This is A "Journey From Finite To Infinite".
![]() |
Journey From Finite To Infinite |
इन दोनों को मैंने देखा है, आज तक ना तो कभी ये लोग Negative बातें करते हैं और ना ही कभी सोचते हैं। हर दिन भाभी हौसला भरती रहती हैं। सिखाती रहती हैं। बहुत अच्छा लगता है।
डॉक्टर अवधूत शिवानंद जी का शिविर मुम्बई आयोजन हो रहा है, जब इसकी ख़बर भाभी को मिली तो वो एक्टिव हो गईं और बोलीं join ज़रूर करना और मैंने join किया। फिर हर शाम को भाभी फोन करके पूछती थीं, क्या सिखाया आज बाबा जी ने? फिर मैं बताता हूँ उन्हें। ज़िन्दगी का एक नया अनुभव मिला। Thank You Bhabhi!! इतना प्यार देने के लिए। मैं वादा करता हूँ कि जो उम्मीद आपने मेरे से किया है उससे अब बेहतर करूँगा ताकि आपको भी मुझ पर गर्व हो। बस, आप इसी तरह पूरी ज़िंदगी मेरा हौसला बढ़ाते रहना।
Journey From Finite To Infinte
बहुत ज़रूरी है इंसान को एक नए सफ़र पर निकलना। क्योंकि ज़िन्दगी में बदलाव लाने के लिए, अपनी सोच को बड़ा करने के लिए, बड़ा बनने के लिए, बड़ा अचीव करने के लिए आपको एक नए सफ़र पर निकलना बेहद ज़रूरी है। डॉक्टर अवधूत शिवानंद जी ने जब यह बातें शिविर में कही तो यकीनन ऐसा लगा जैसे मैं उस सफ़र पर अब निकल चुका हूँ, जिस सफ़र की मुझे वर्षों से तलाश थी। अब इस सफ़र की बदौलत मैं हर वो ख़्वाब पूरा कर सकता हूं, जिसे मैं करना चाहता हूँ।
What Do You Want? तुम चाहते क्या हो?
पिछले तीन दिनों से अवधूत बाबा शिवानंद जी का शिविर चल रहा था। मुम्बई के वाशी में हज़ारों की संख्या में लोग इस शिविर को अटेंड करने के लिए आये हुए थे।
जब बाबा जी ने लोगों से पूछा- तुम चाहते क्या हो? यह सवाल सुनते ही सभी की आँखों में वो ख़्वाब तैरने लगे, जो ख़्वाब वर्षों से पल रहे थे? तभी अचानक बाबा जी ने पूछा- क्या तुम वही सोचते ही, जो तुम चाहते हो? किसी के पास इस सवाल का ज़वाब नहीं था। क्योंकि अधिकांश लोग तो ऐसे ही थे जो चाहते कुछ और हैं और सोचते कुछ और हैं।
तो बाबा शिवानंद जी ने कहा- वही सोचो, जो तुम चाहते हो। उसे क्रिएट करो जो तुम पाना चाहते हो और एक दिन ऐसा होगा कि तुम्हारे साथ चमत्कार ही चमत्कार होगा। और यह चमत्कार तुम्हारी सकारात्मक सोच पैदा करेगी। तुम्हें बहुत ऊपर ले जाएगी।
positive Thinking
आज के दौर में बहुत कम लोग ऐसे हैं, जो सकारात्मक सोचते हैं। अगर हमारी हर Negative Thinking अगर Positive Thinking में बदल जाये तो We can Do Anything. बाबा अवधूत शिवानंद जी ने ना सिर्फ एक नया मार्ग दिखलाया, बल्कि उस मार्ग पर चलकर सफल कैसे होना है बखूबी इसे भी उन्होंने बतलाया। आज ज़िन्दगी का वास्तविक मायने समझ में आया है।।आज यह मालूम चला है कि हम कुछ भी कर सकते हैं। जो चाहें वो कर सकते हैं। और यह सब हमारी क्रिएशन पर निर्भर करता है।
Journey From Finite To Infinte
Thank You Baba Ji!! इतने प्यार से ज़िन्दगी में हौसला भरने के लिए और एक नए मार्ग पर अग्रसर करने के लिए। मैं कोशिश करूंगा कि हमेशा आपके बताये हुए रास्ते पर चलूं। पर मैं वादा करता हूँ मैं अब से बड़ा क्रियेट करूँगा और बड़ा करूँगा। ताकि जब कभी आपके पास आऊं एक नई ज़िन्दगी और एक नए हौसले के साथ आऊं।
मुझे मालूम है, मैं कुछ भी कर सकता हूँ और मैं इसी के लिए पैदा भी हुआ हूँ। अब इस दुनिया में मेरी एक अलग पहचान होगी और मैं अब जो करूँगा वो सफल होगा।
मुझे यह भी मालूम है, आप मेरी ज़िन्दगी की ऊंची उड़ान में हमेशा मेरे साथ खड़े रहेंगे। मुझे मालूम है, आप मेरे ख़्वाबों में चार चांद लगाने के लिए हमेशा आगे रहेंगें। मैं मालूम है, आप मेरी ज़िन्दगी की ऊंची उड़ान में हमेशा मेरे साथ खड़े रहेंगे। मुझे मालूम है, आप मेरे ख़्वाबों में चार चांद लगाने के लिए हमेशा आगे रहेंगें।
मैं अब से एक नए सफ़र पर निकल चुका हूँ। बेशक़ मंज़िल वही है, पर सफ़र अलग है। यह यात्रा मेरे जीवन की सबसे शानदार यात्रा होगी। यानि की Journey From Finite To Infinite.
I Am The Creator Of My Own Destiny
आज से मैं यही कहूँगा और दिल से कहूँगा- I Am The Creator Of My Own Destiny. और वाक़ई, अब मैं अपनी किस्मत की कहानी लिख रहा हूँ। यह सिर्फ मेरे अल्फ़ाज़ ही नहीं हैं, बल्कि मेरी Destinty के वो शब्द हैं जो वास्तविक हैं और अब और भी वास्तविक बनेंगे। And Thank You Baba ji For Your Unconditonal Love!! मुझे मेरी ज़िंदगी को एक नए नज़रिए का आइना दिखाने के लिए धन्यवाद! आपकी महानता के आगे हर शब्द छोटे पड़ जाएंगे, पर दिल में जो बात ही सोचा कह दूं।
Conclusion
दोस्तों! ज़िन्दगी के एक नए अनुभव के साथ, ख़्वाबों का नया नज़रिया लिए, आपको यही छोड़े जाता हूँ। मिलता हूँ एक नए पोस्ट के साथ ज़ल्द ही। तब तक मुस्कुराते रहिये और "Silsila Zindagi Ka" हमेशा आगे आगे बढ़ाते रहिये।
No comments