देश बदल रहा है, समाज बदल रहा है, गांव बदल रहे हैं, लोग बदल रहे हैं और लोगों की सोच बदल रही हैं और इसी बदलाव की बयार में रोज़ बदल र...
देश बदल रहा है, समाज बदल रहा है, गांव बदल रहे हैं, लोग बदल रहे हैं और लोगों की सोच बदल रही हैं और इसी बदलाव की बयार में रोज़ बदल रहा है मेरा गांव। और मुझे सबसे ज़्यादा खुशी तब होती है, जब मैं अपने गांव के यंगिस्तान को बदलते देखता हूँ। अब गांव के युवा जग चुके हैं। हर बाधा को पार करते हुए, उससे लड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं। अपने दम पर एक नया इतिहास लिखने की तैयारी में लगा गांव का यंगिस्तान यही कह रहा है कि "हम हैं नए तो अंदाज़ क्यों हो पुराना''?
सचमुच, गांव का यंगिस्तान भी आज किसी से कम से नहीं है। चाहे वो कोई भी क्षेत्र क्यों न हो? राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, स्पोर्ट्स, मनोरंजन...सभी क्षेत्रों में गांव के युवा बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और अपने आपको साबित भी कर रहे हैं।
Facebook, Twitter, Instagram जैसे सोशल मीडिया की क्रांति के बाद गांव के युवाओं की उड़ान का क्या कहना? देखते ही बनता है। गांव की मूलभूत सुविधाओं से दूर रहते हुए भी हमारे गाँव का यंगिस्तान कुछ कर गुज़रने की तमन्ना लिए दिन-प्रतिदिन विकास की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। रोज़ कुछ नया करने की चाहत लिए भाग रहे हैं। नए-नए ख़्वाबों और नई-नई ख़्वाहिशों के साथ अपनी तकदीर ख़ुद के हाथों लिख रहे इन युवाओं को देखकर बहुत गर्व होता है।
आज मैंने जब एप गांव के कुछ युवाओं को गाड़ी से एक तीर्थ धाम की यात्रा पर पूरे जोश के साथ जाते हुए देखा तो मुझे बहुत खुशी हुई और मैं खुद को रोक नहीं पाया और उनकी तस्वीर आप तक पहुंचा रहा हूँ।
बदलती दुनिया में ये गांव के युवा और इन्हीं गांव के युवाओं से बदलती दुनिया, एक और नई दुनिया के निर्माण का संकेत देती है। जिस दुनिया में सिर्फ हौसले और जुनून की कहानी है। और जिससे इन युवाओं की आवाज़ सुनाई दे रही है" हम हैं गांव के यंगिस्तान, हमारी बहुत ऊंची उड़ान"।
यह यंगिस्तान इसी तरह आगे बढ़ता रहे और अपने दम पर रोज़ नई कहानी गढ़ता रहे....साथ ही साथ "सिलसिला ज़िन्दगी का" चलता रहे.
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