कुछ भी हो जाये ऐ मुसाफिर! हर हाल में तुझे चलना होगा। चाहे आ जाएं लाख मुश्किलें! लड़कर आगे निकलना होगा।। चट्टानों सा मज़बूत होना प...
कुछ भी हो जाये ऐ मुसाफिर!
हर हाल में तुझे चलना होगा।
चाहे आ जाएं लाख मुश्किलें!
लड़कर आगे निकलना होगा।।
चट्टानों सा मज़बूत होना पड़ेगा
कुछ पाना और कुछ खोना पड़ेगा।
कभी प्यार मिलेगा, कभी नफ़रत
कभी हँसना तो कभी रोना पड़ेगा।।
ख़ुद पे तुझे ऐतबार करना पड़ेगा
ख़ुद से ही तुझे प्यार करना पड़ेगा।
बीच राह में कहीं तूफ़ां भी आएगा
उसके थमने का इंतज़ार करना पड़ेगा
कभी गिरना तो कभी सम्भलना होगा
कुछ भी हो जाये ऐ मुसाफिर!
हर हाल में तुझे चलना होगा।
चाहे आ जाएं लाख मुश्किलें!
लड़कर आगे निकलना होगा।
हर हाल में तुझे चलना होगा।
चाहे आ जाएं लाख मुश्किलें!
लड़कर आगे निकलना होगा।।
चट्टानों सा मज़बूत होना पड़ेगा
कुछ पाना और कुछ खोना पड़ेगा।
कभी प्यार मिलेगा, कभी नफ़रत
कभी हँसना तो कभी रोना पड़ेगा।।
ख़ुद पे तुझे ऐतबार करना पड़ेगा
ख़ुद से ही तुझे प्यार करना पड़ेगा।
बीच राह में कहीं तूफ़ां भी आएगा
उसके थमने का इंतज़ार करना पड़ेगा
कभी गिरना तो कभी सम्भलना होगा
कुछ भी हो जाये ऐ मुसाफिर!
हर हाल में तुझे चलना होगा।
चाहे आ जाएं लाख मुश्किलें!
लड़कर आगे निकलना होगा।
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