हो जाइये स्वागत के लिए तैयार। हृदय से बोलिये जय-जय कार। गणपति बप्पा आ रहे हैं आपके द्वार। जी हाँ, 13 सितम्बर को आपके ...
हो जाइये स्वागत के लिए तैयार।
हृदय से बोलिये जय-जय कार।
गणपति बप्पा आ रहे हैं आपके द्वार।
जी हाँ, 13 सितम्बर को आपके घर विघ्नविनाशक, दुखहर्ता, सुखकर्ता और देवताओं में सर्वप्रथम पूज्य गणपति बप्पा का आगमन होने जा रहा है।
अब आपको भयभीत होने की बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं, क्योंकि गणपति बप्पा के आते ही आपके सभी संकट टल जाएंगे। आपको हर परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी। आपके उदास चेहरे पर खुशियाँ नज़र आने लगेगी। बस आप उनको हृदय से स्मरण कीजिये।
इस साल 13 सितम्बर से 23 सितम्बर तक विघ्नहर्ता, भगवान गणपति हर घर में निवास करेंगे। इस दौरान अपने घर में लोग गणपति बप्पा की मूर्ति की स्थापना करते हैं। कोई एक दिन के लिए, कोई तीन दिन के लिए, कोई 5 दिन के लिए तो कोई पूरे 10 दिनों के लिए अपने घर में गणपति की मूर्ति की स्थापना करते हैं।
देवताओं में प्रथम पूजनीय हैं गणपति बप्पा
सभी देवताओं में सबसे पहले गणपति देव की पूजा की जाती है, क्योंकि धार्मिक मान्यता के अनुसार बप्पा को ही सबसे बड़ा और पूजनीय माना जाता है।
इन दिनों आपको चंद्रमा के दर्शन से बचना होगा
12 और 13 सितम्बर को चतुर्थी तिथि तक आपको चंद्रमा के दर्शन से बचना होगा। 12 सितम्बर को अपराह्न में चतुर्थी तिथि लगेगी, जो 13 सितम्बर के अपराह्न तक रहेगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार इन दिनों चंद्र दर्शन से बचने का प्रयास करना चाहिए। नहीं तो ऐसी धार्मिक मान्यता है कि चंद्रमा के दर्शन से आप इन दिनों नहीं बचे तो आप पर कलंक लग जाएगा, जैसे भगवान श्री कृष्ण पर मणि चुराने का कलंक लगा था।
गणपति पूजन का शुभ मुहूर्त्त
इस साल गणेश चतुर्थी स्थापना और पूजन का शुभ मुहूर्त्त है सुबह 11:00 से 1:30 बजे तक। कहते हैं कि इस शुभ मुहूर्त्त में अगर सच्चे हृदय से जो भी भगवान गणपति की आराधना करेगा उसकी हर मनोकामना पूर्ण होगी।
तो बुलाइये आप भी बप्पा को
तो आप भी गणपति बप्पा को अपने घर बुलाइये। अगर आप सच्चे हृदय से बुलाएंगे तो वो ज़रूर आएंगे क्योंकि वो अपने भक्तों को कभी भी निराश नहीं करते।
अगर बप्पा ने चाह लिया तो विश्वास कीजिये, "सिलसिला ज़िन्दगी का" आपका चलाने लगेगा और आप सब कुछ पा लेंगे।
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