SILSILA ZINDAGI KA
ज़िन्दगी में कभी भी उदास ना होना
कभी भी, कहीं भी विश्वास ना खोना
हर हाल में, हर पल मुस्कुराते रहना
गीत प्रीत का तुम हमेशा गाते रहना
रुकना मत हर पल आगे बढ़ते जाना
हर ऊंचाई पर तुम बस चढ़ते जाना
हार-जीत तो ज़िन्दगी का हिस्सा है
खोना-पाना ज़िन्दगी का ही किस्सा है
मुश्किलें आएंगी उनसे टकरा जाना
तुम क्या हो ज़माने को बता जाना
गहरा बन के रहो समंदर की तरह
तुम भी जीतोगे सिकन्दर की तरह
बस तुम खुद पर ऐतबार करना सीखो
आग का दरिया पार करना सीखो
हर दिल में बस आशियाँ तुम्हारा होगा
ये ज़मीं और ये आसमाँ तुम्हारा होगा
ज़िन्दगी में कभी भी उदास ना होना
कभी भी, कहीं भी विश्वास ना खोना
हर हाल में, हर पल मुस्कुराते रहना
गीत प्रीत का तुम हमेशा गाते रहना
ज़िन्दगी में कभी भी उदास ना होना
कभी भी, कहीं भी विश्वास ना खोना
हर हाल में, हर पल मुस्कुराते रहना
गीत प्रीत का तुम हमेशा गाते रहना
रुकना मत हर पल आगे बढ़ते जाना
हर ऊंचाई पर तुम बस चढ़ते जाना
हार-जीत तो ज़िन्दगी का हिस्सा है
खोना-पाना ज़िन्दगी का ही किस्सा है
मुश्किलें आएंगी उनसे टकरा जाना
तुम क्या हो ज़माने को बता जाना
गहरा बन के रहो समंदर की तरह
तुम भी जीतोगे सिकन्दर की तरह
बस तुम खुद पर ऐतबार करना सीखो
आग का दरिया पार करना सीखो
हर दिल में बस आशियाँ तुम्हारा होगा
ये ज़मीं और ये आसमाँ तुम्हारा होगा
ज़िन्दगी में कभी भी उदास ना होना
कभी भी, कहीं भी विश्वास ना खोना
हर हाल में, हर पल मुस्कुराते रहना
गीत प्रीत का तुम हमेशा गाते रहना
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