" बहुत कुछ बनाने शहर आये थे, बहुत कुछ बिगाड़कर गाँव जा रहे हैं". दोस्तों! सिर्फ कहने के लिए शहर में "सिलसिला ज़िंदगी का" ...
"बहुत कुछ बनाने शहर आये थे, बहुत कुछ बिगाड़कर गाँव जा रहे हैं". दोस्तों! सिर्फ कहने के लिए शहर में "सिलसिला ज़िंदगी का" चलता है, पर वास्तविक तौर पर तो गाँव में ही "Silsila Zindagi Ka" चलता है. तो आज के पोस्ट में हम आपको दिखायेंगे "Life in an Indian Village".
शहर की सड़कों, गलियों और चौबारों की रौनक से गुज़रकर एक गाँव में जा कर रहना हर किसी के लिए संभव नहीं हो पाता है. लेकिन कुछ दीवाने ऐसे भी हैं जिन्हें Village Lover कहा जाता है. वो दुनिया के चाहे किसी भी कोने में क्यों ना रहें, जब शहर की चकाचौंध से निकलकर अपने गाँव पहुँचते हैं, तो लगता है उन्हें एक नई ज़िन्दगी मिल गयी और अब उनकी ज़िन्दगी (Village Life) की एक नई शुरुवात हो गयी.
हमारा असली खान पान और पहचान लिट्टी चोखा
My Village My Love | Silsila Zindagi Ka
हमेशा मेरे दिल में मेरे गाँव की यादें बसी हैं. क्योंकि मैं अपने गाँव से बेपनाह मोहब्बत करता हूँ. चाहे मैं कहीं भी क्यों ना रहूँ, समय मिलते ही मैं अपने गाँव पहुँच ही जाता हूँ. क्योंकि मैं हमेशा यही कहता हूँ
My Village My Love.
Life in an Indian Village | Silsila Zindagi Ka
यूँ तो हमारे भारत में कई ऐसेगाँव हैं, जिनकी ख़ूबसूरती हमारे दिल को छू लेती है. लेकिन मैं अपने गाँव के बारे में आपको बताऊँ तो शायद आप जानकर चौक जायेंगें. मेरे गाँव का जीवन और जीवनशैली दुसरे किसी गाँव से एकदम अलग हैं. जिसे देखकर आप भी कहेंगें यह है वास्तविक
Life in an Indian Village.
Images of Life in an Indian Village: मैं जब भी भारत के गाँव में जाता हूँ, मेरा मोबाईल तस्वीरें लेने के लिए खुद - ब- खुद उठ जाता है और मैं गाँव की उन तस्वीरों के अपने कैमरे में बिना कैद किये हुए नहीं रह पाता हूँ. आप मेरे Blog Silsila Zindagi Ka में गाँव की इन Beautiful Village Images दिखा रहा हूँ, जो आपके दिल को छू जायेंगीं.
Sunset images of Indian Village: एक शाम मैं अपने गाँव में घूम रहा था. सूरज ढलने ही वाला था की अचानक मेरी नज़र सूरज की लालिमा पर पड़ी. ऐसा sunset आज तक मैंने कहीं भी. कभी भी नहीं देखा था. मैं मोबाईल निकालकर बिना sunset image लिए नहीं रह सका. देखिये Sunset image Indian Village को.
River image of Indian Village: Ganga River मेरे गाँव में बहती है. यह गंगा नदी ना जाने कितने लोगों के पाप और पुन्य की गवाह है. मैं जब भी फुर्सत में होता हूँ, गंगा नदी के तट पर चला जाता हूँ और वहाँ की तस्वीरों को बिना कैद किये हुए नहीं रह पाता हूँ.
Life in an Indian Village: मेरे गाँव का जीवन सबसे अलग है. मैं फिर से अपने गाँव में आऊँगा, पीपल की छाँव में आऊँगा. जीवन की खुशियाँ मनाऊंगा. वही खेल, वही बतकही फिर से होगी. फिर से उगते सूरज के साथ जीवन का एक नया उदय होगा, फिर से ढलती शाम के साथ चेहरे पर अलग मुस्कान होगी. फिर से खुशहाली होगी, फिर से होली और दिवाली होगी.
फिर से "Silsila Zindagi Ka" चलता जायेगा. फिर से हर मंज़र बदलता जाएगा और फिर से मैं आप सबके साथ एक नए पोस्ट के साथ जुडूंगा.
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