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अब तो मेरा हिसाब कर दे

ख्वाहिशें रेत की तरह मुट्ठी  से फिसल  रही हैं रोज़ दिल से कई दर्द भरी आहें निकल रही हैं इसको आग़ाज़ कहूँ या अंज़ाम समझ नहीं आता ना निशाना ...

Village Story: Development Of Village

Village Story: Development of village, Light, Road, School, Electricity, Ellecrtion मुझे हर हाल में अपने ग्राम सभा को विकास की राह प...

सावन का पावन महीना और हर-हर महादेव के नारों से गूंजायमान होता देवघर

सावन का पावन महीना शुरू होते ही हर कांवरिया बाबा भोलेनाथ की भक्ति के रंग में रंगा जाता है और निकल पड़ता है, भगवान शिव के बारह ज्योत...

काश! ये ज़िन्दगी बेवफ़ा हो जाती

काश! कि ये ज़िन्दगी बेवफ़ा हो जाती मैं मनाता इसे और ये ख़फ़ा हो  जाती ये मेरे सीने में धड़कन बनकर रह जाती जो मैं न कहता मेरी ज़िंदगी कह  ज...

मैं सिनेमा के लिए बना हूँ और सिनेमा मेरे लिए- दुर्गराज आलोक दर्शी

 बहुत भीड़ है फिल्म इंडस्ट्री में. आसान नहीं है, आसानी से इस सफ़र को तय करना. आसान नहीं है फिल्म   इंडस्ट्री. यहाँ रोज़ मरना होता ...

यहां कौन जीता है किसके वास्ते?

अज़नबी शहर है, अज़नबी रास्ते यहां कौन जीता है किसके वास्ते? सबको ज़ल्दी है, यहां फुर्सत किसको है सब बेचैन हैं, यहां राहत किसको है? कोई ज़...

ये जो ग़म के पल हैं बीत जायेंगें

ये जो ग़म के पल हैं बीत जायेंगें ऐ ज़िंदगी!सब्र रख हम जीत जायेंगें सच होंगे देखना, हमारे हर सपने आएगा दौर, जब पराये भी होंगे अपने तन्हा...

सिलसिला ज़िंदगी का चलता रहे

रोज़ इन आँखों  में  एक  नया  ख्व़ाब  पलता रहे रोज़ सूरज ढलता रहे, रोज़ सूरज  निकलता  रहे निगाहें भी साफ़ और निशाना  भी  साफ  रखिये मंज़ि...

21 जुलाई को मलेशिया में लगने जा रहा है "यशी फिल्म्स प्रजेंट्स ढ़िशुम 2018" इंटरनेशनल भोजपुरी फिल्म अवार्ड का मेला

पिछले साल लन्दन में इंटनेशनल भोजपुरी फिल्म अवार्ड का परचम लहराने के बाद इस साल "यशी फिल्म्स प्रजेंट्स ढिशुम IBFA 2018...

ऐ वक़्त!! तू ना होता तो क्या होता?

ऐ वक़्त!! सोचता हूँ अक्सर तू नहीं होता तो क्या होता? सवाल उठता है मेरे मन में हर रोज़, हर पल, बार-बार। तू नहीं होता तो क्या होता? ख...

प्यार ये भी तो है ?

जो दिल में है जुबां पे ला ना सके जो कहना चाहे वो बता  ना सके। उसका ऑनलाइन होने का दिन भर इंतजार करें ना देख जिसको तड़पें दिल को बेक...

ये आरा शहर है

भाषा   भोजपुरी  न लगाव ना दूरी  मुंह   में    सुर्ती  शरीर में  फुर्ती  खुद   पे   नाज़  अलग    अंदाज़  अच्छे...

मैं योगी आदित्य नाथ हूँ

जिनकी कलम में जादू है, जिनके अल्फाज़  में एक अलग अंदाज़ है और जिनका हर हर्फ़ कुछ कहता है.जिनकी हर कविता, हर ग़ज़ल, हर शायरी दिल को छू जाती ...

Talk To God: फेकू बाबा का दरबार, ,जो करते हैं सबकी मनोकामना पूर्ण, आप भी आईये

Talk To God: फेकू बाबा का दरबार, जहां होती है हर मनोकामना पूर्ण Talk To God: फेकू बाबा का दरबार, जहां होती है हर मनोकामना पूर्ण जि...

इंतज़ार की कई घड़ियाँ गुज़र गयीं

इंतज़ार की कई घड़ियाँ गुज़र गईं तेरी यादों के कई लम्हे गुज़र गयें. ना तुम आते हो ना तुम्हारी यादें जाती हो. आज भी सोचता हूँ तन्हाई में ...

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